अंधविश्वास पर बड़ी मजेदार कविता पढ़ कर तो देखिए


 ना घबराऊ ना डर पाऊं बात पते की बोलू
बनकर बाबा जो जग लुटे पोल में उनकी खोलू

फसा के सब को बुने जाल में राधे राधे बोले
राम नाम का करके धंधा जेबे सबकी छोले

मंदिर मस्जिद गिरजाघर से रुपया रोज कमाए
 ऐसी वाली गाड़ी में ये दिल्ली बम्बई जाए

 भोले भाले लोगों को यह करते हैं बर्बाद
 बुरे कर्म है लाखो इनके मगर मिले ना राज

सोशल मीडिया पर यह छाए चर्चे इनके रोज
अरे अंधकार में जीना छोड़ो अंधविश्वासी लोग

Writer - NdL Pawar

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